एकादशी
एकादशी हर 15 दिनों में आती है और हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह चंद्र मास के 11वें दिन (अमावस्या या पूर्णिमा से पहले) पड़ती है। इसे “शुक्ल पक्ष” और “कृष्ण पक्ष” की एकादशी के रूप में मनाया जाता है। शुक्ल पक्ष की एकादशी चांद बढ़ने के समय और कृष्ण पक्ष की एकादशी चांद घटने के समय आती है।
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करना और व्रत रखना शुभ माना जाता है। व्रत में चावल और अनाज नहीं खाया जाता क्योंकि इसे अशुद्ध माना जाता है। सूर्योदय से अगले दिन पारण के समय तक व्रत रखा जाता है, और तभी व्रत पूर्ण होता है।
यह व्रत पापों से मुक्ति, मन की शांति और भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए किया जाता है। अगर सही समय पर व्रत और पूजा की जाए, तो यह भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी कर सकता है।
यदि आप व्रत रखते हैं, तो पंचांग देखकर एकादशी की तिथि, आरंभ और पारण समय ज़रूर जान लें।
2024 एकादशी व्रत कैलेंडर
एकादशी व्रत | तिथि (शुरू) | तिथि (समाप्त) | पारण समय |
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पौष पुत्रदा एकादशी | 10 जनवरी 2024, रात 09:21 | 11 जनवरी 2024, रात 11:04 | 12 जनवरी 2024, सुबह 06:48 से 08:12 |
षट्तिला एकादशी | 24 जनवरी 2024, सुबह 06:12 | 25 जनवरी 2024, सुबह 07:49 | 26 जनवरी 2024, सुबह 06:50 से 08:14 |
जया एकादशी | 8 फरवरी 2024, दोपहर 01:04 | 9 फरवरी 2024, दोपहर 02:30 | 10 फरवरी 2024, सुबह 06:44 से 08:10 |
विजया एकादशी | 23 फरवरी 2024, शाम 07:18 | 24 फरवरी 2024, शाम 08:25 | 25 फरवरी 2024, सुबह 06:35 से 08:00 |
आमलकी एकादशी | 9 मार्च 2024, सुबह 04:26 | 10 मार्च 2024, सुबह 06:05 | 11 मार्च 2024, सुबह 06:30 से 08:00 |
पापमोचनी एकादशी | 24 मार्च 2024, रात 01:28 | 25 मार्च 2024, रात 03:05 | 26 मार्च 2024, सुबह 06:15 से 08:05 |
कामदा एकादशी | 8 अप्रैल 2024, शाम 06:40 | 9 अप्रैल 2024, शाम 07:15 | 10 अप्रैल 2024, सुबह 06:05 से 07:55 |
वरुथिनी एकादशी | 22 अप्रैल 2024, सुबह 07:18 | 23 अप्रैल 2024, सुबह 08:22 | 24 अप्रैल 2024, सुबह 06:00 से 07:50 |