dashrath krit shani chalisa

​ Dashrath Krit Shani Chalisa दशरथ उवाच: प्रसन्नो यदि मे सौरे ! एकश्चास्तु वरः परः ॥रोहिणीं भेदयित्वा तु न गन्तव्यं कदाचन् ।सरितः सागरा यावद्यावच्चन्द्रार्कमेदिनी ॥ याचितं तु महासौरे ! नऽन्यमिच्छाम्यहं ।एवमस्तुशनिप्रोक्तं वरलब्ध्वा तु शाश्वतम् ॥ प्राप्यैवं तु वरं राजा कृतकृत्योऽभवत्तदा ।पुनरेवाऽब्रवीत्तुष्टो वरं वरम् सुव्रत ॥ दशरथकृत शनि स्तोत्र: नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठ निभाय च ।नम: … Read more

Shri Shani Dev Chalisa in Hindi Lyrics & PDF

Shani Chalisa in Hindi Lyrics ॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल ।दीनन के दुःख दूर करि , कीजै नाथ निहाल ॥जय जय श्री शनिदेव प्रभु , सुनहु विनय महाराज ।करहु कृपा हे रवि तनय , राखहु जन की लाज ॥ चौपाई जयति जयति शनिदेव दयाला । करत सदा भक्तन प्रतिपाला ॥चारि … Read more