Shri Mrityunjay Chalisa – श्री मृत्युंजय चालीसा

श्री मृत्युंजय चालीसा ।।दोहा।।मृत्युंजय चालीसा यह जो है गुणों की खान।अल्प मृत्यु ग्रह दोष सब तन के कष्ट महान।छल व कपट छोड़ कर जो करे नित्य ध्यान।सहजानंद है कह रहे मिटे सभी अज्ञान। ।।चौपाई।।जय मृत्युंजय जग पालन कर्ता।अकाल मृत्यु दुख सबके हर्ता।अष्ट भुजा तन प्यारी ।देख छवि जग मति बिसारी। चार भुजा अभिषेक कराये।दो से … Read more