Shri Neminath Chalisa

।। श्री नेमिनाथ चालीसा।। नेमिनाथ महाराज का, चालीसा सुखकार।मोक्ष प्राप्ति के लिए, कहूँ सुनो चितधार।।चालीसा चालीस दिन, तक कहो चालीस बार।बढ़े जगत सम्पत्ति सुमत, अनुपम शुद्ध विचार।। ।।चौपाई।। जय-जय नेमिनाथ हितकारी,नील वर्ण पूरण ब्रह्मचारी।तुम हो बाईसवें तीर्थंकर,शंख चिह्न सतधर्म दिवाकर।। स्वर्ग समान द्वारिका नगरी,शोभित हर्षित उत्तम सगरी।नही कही चिंता आकुलता,सुखी खुशी निशदिन सब जनता।। समय-समय … Read more