मानाबसा गुरुवार: द्वितीय पाली (महत्वपूर्ण जानकारी तालिका में)
विवरण | जानकारी |
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पर्व का नाम | मानाबसा गुरुवार |
पहली तिथि | 21 नवंबर 2024 (प्रथम मानाबसा गुरुवार) |
दूसरी तिथि | 28 नवंबर 2024 (द्वितीय मानाबसा गुरुवार) |
तीसरी तिथि | 5 दिसंबर 2024 (तृतीय मानाबसा गुरुवार) |
चौथी तिथि | 12 दिसंबर 2024 (चतुर्थ मानाबसा गुरुवार) |
समापन तिथि | 19 दिसंबर 2024 (अंतिम मानाबसा गुरुवार) |
पर्व का उद्देश्य | समृद्धि, स्वच्छता, सामाजिक समानता, और नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देना। |
पौराणिक कथा | लक्ष्मी पुराण पर आधारित, जहां देवी लक्ष्मी ने श्रीया चांडालुनी (दलित महिला) के घर जाकर जातिवाद और भेदभाव का अंत किया। |
मुख्य देवी | देवी महालक्ष्मी |
पूजा की विशेषताएँ | – घर की सफाई और गोबर या लाल मिट्टी से लेपन – झोटी चित्र (चावल के पेस्ट से बने पारंपरिक डिज़ाइन) – माणा (बांस का माप पात्र) में ताजे धान का अर्पण। |
भोजन परंपरा | कनीका, मंडा पीठा, साग भजा, चाकुली पीठा, चितौ पीठा, काकरा पीठा, दालमा इत्यादि। |
लक्ष्मी पुराण का पाठ | महिलाएँ लक्ष्मी पुराण पढ़ती हैं, जिसमें सामाजिक न्याय, स्वच्छता और नारी सशक्तिकरण का संदेश है। |
उपयोगी संदेश | यह पर्व जातीय भेदभाव और सामाजिक असमानता के विरुद्ध खड़ा होता है। घर को स्वच्छ रखना और एकजुटता बनाए रखना इस त्योहार का मूल उद्देश्य है। |
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